Wednesday, August 3, 2011

मनोज झा मुक्ति- अन्तर्वार्ता आभाष लाभ (साभार विदेह-अंक २४ १५ दिसम्बर २००८)

मनोज झा मुक्ति- अन्तर्वार्ता आभाष लाभ (साभार विदेह-अंक २४ १५ दिसम्बर २००८) अन्तर्वार्ता ...आभाष लाभ

(२०२८ सालमे डा.राजेन्द्रल विमल आ श्रीमति विणा विमलक सन्तानक रुपमे जनकपुरक देवीचौकक निवासमे जन्म लऽ २२ वर्ष पहिनेसँ निरन्तर मैथिली गीत संगीतक आकाशमे ध्रुवतारा जकाँ चमकैत रहऽबला एकटा मिथिलाक बेटा छथि, गायक आभाष लाभ । बाल्येनवस्थासँ विभिन्न मंच सभपर अपन आवाजसँ दर्शक श्रोता सभक हृदयमे वास कयनिहार आभाष लाभ, मैथिली आ मिथिलासँ सम्बन्ध रखनिहारक लेल चिर-परिचित नाम अछि । प्रस्तु्त अछि, गायक आभाष लाभ संग भेल बातचीतक प्रमुख अंश )
१. आभाष जी गीत सँगीतमे कहिया सँ लगलहुँ?
कहियासँ लगलहुँ से तँ नै बुझल अछि, मूदा बच्चेसँ जनकपुर आ लऽग परोसक गाँव सबहक एकौटा मञ्च हमरासँ नै छुटैत छल ।
२. पहिलबेर अहाँक रेकर्डेड गीत कोन अछि
- पहिलबेर हम नेपालसँ बहराएल अशोक चौधरीक मैथिली क्यासेट पानमे गीत गएने छलहुँ ।
३. मैथिली गीत संगीतक अवस्था केहन बुझा रहल अछि?
जतेक होयबाक चाही ओतेक संतोष जनक नै अछि । नव नव प्रतिभा जाइ तरहें एबाक चाही, नै आबि रहल छैक । दोसर बात अखन प्रविधि एतेक परफेक्ट भऽ गेल छैक जे पाइ सेहो वड खर्च होइत छैक ।
४. की बुझाइए, मैथिली गीत संगीतमे लागि कऽ अखनुक युगमे बाँचल जा सकैए..

एकदम नीक जकाँ बाँचल जा सकैए एही क्षेत्रमे लागिकऽ । मैथिलीक क्षेत्र बहुत पैघ छै । जौं मेहनतिसँ नीक काज कएल जाए तँ मैथिलीयो संगीतक क्षेत्रमे बहुत पाइ छै । उदाहरण लऽ सकैत छी, हमरे सबहक क्यँसेट “रे छौंडा तोरा बज्जमर खसतौ”के जे १५ लाख प्रति बिकाएल छल । तहिना “गीत घरघर के” जे जहिया सँ बहरायल तहिया सँ आइयो धरि बिकाइते अछि । हँ, काज नीक होयबाक चाही ।
५. प्यारोडीक प्रभाव केहन पडि रहल छैक मैथिली गीत संगीत पर?
प्यारोडी मौलिकताकेँ साफ साफ खतम कऽ दैत छैक । गीत सँगीतक क्षेत्रमें लागल श्रष्टा? सबके मनोवलके तोडिकऽ राखिदेने छैक प्याीरोडी गीतसब ।
६. प्या‍रोडी गीत सँगीत सँ पिण्ड छुटबाक उपाय की
देखियौ, जखन अपन सँगीत या गीत नई हुए तखन प्या‍रोडीके किछु हद धरि पचाओल जाऽ सकैया,मूदा मैथिलीमे अपन मौलीक सँगीतक आभाव त कहियो नई रहलै । जहातक प्याँरोडी गीत सँगीत सँ पिण्डर छुटेवाक बात छई त अइमे आम जे श्रोता सब छथि, जे वास्ततविक रुपमें चाहैत छथि की अप्परन मौलीक सँगीतक विकास होइ, हूनका सबके प्याथरोडी गीतके निरुत्सातहीत करबाकलेल ताई प्रकारक क्यामसेट किनऽसँ परहेज करऽ पडतन्हिय आ सँचार माध्य म सबके सेहो ओहन गीत बजेवा सँ बचऽ पडतन्हिव, तखने ई सँभव अछि ।
७. नेपालीय आ भारतीय मिथिलाञ्चीलमें मैथिलीक बहुत रास काज भऽ रहल छैक, की अन्त र बुझाऽ रहल अछि दूनु देशक मैथिलीक काजमे
हम त मात्र एतबा बुझैत छियै जे एकटा हमर सहोदरा विदेशमे कमाऽरहल अछि आ हम नेपालमे । दूनु ठाम अपना अपना तरहें काज भऽरहल अछि एतबे बुझु ।
८. अखन सऽभ भाषाक गीतमे रिमिक्स के बाढि आएल बुझाति छई, एकरा कोन रुप सँ आहाँ देखैत छियै?
बहुत नीकबात छई रिमिक्सष गीत औनाई । समय अनुसार आधुनिकीकरण होयबाके चाही । समाजकलेल आ बजारकलेल गीत गौनाई दूनु दूटा बात छियै, ताहिमें गीत सँगीतक व्यायवसायीकरणमे रिमिक्सज बहुत नीक सँकेत छई । रिमिक्स गीत बहरेवाक चाही बशर्ते अपन सँस्कागर नई लुप्तय भऽ जाई ताइके ध्याँनमें रखैत ।
९. अखनधरि कतेक गीत गएलहुँ जे रेकर्डेड अछि?
अखनधरि लगभग साढे तीनसय गीत हम गाबि चुकल छी जे रेकर्डेड अछि ।
१०. क्याससेटके अलावा कोन फिल्मडमें अपन स्वुर देने छी आहाँ ?
मैथिलीमे दहेज,ममता,प्रितम,आशिर्वाद फिल्मेमे, तहिना भोजपुरी फिल्महसब सजना के आगना, ममता, तहार गलिया आदिमे ।
११. स्टेमज शो के सीलसीलामे कतऽ कतऽ गेलहुँ?
अपन देश नेपालक लगभग सबठामके अलावा, कतार (४बेर),दूवई(२बेर),मलेशिया,​पाकिस्ताहन,बंगलादेश, भारतक विभिन्नक शहरमें अखन धरि जाऽचुकल छी ।
१२. नव की आबि रहल अछि मैथिल श्रोता सबहक लेल?
बहुत जल्दिनए निखिल राजेन्द्रैक सँगीतमे भेनस क्यापसेट सँ रिलिज भऽ रहल अछि...

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